जिव विज्ञान :पाठ -8
हमारा पर्यावरण
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10th Biology Solutions (Notes) in Hindi
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
1. पर्यावरण किसे कहते हैं?
उतर – हमारे चारो तरफ मौजूद गैसों का विभिन्न आवरण जहां सभी तरह के जीव जंतु रहकर अपनी जीवन की सारी अवशयक्ताओं को पूरा करते हैं, पर्यावरण कहलाता है।
2. पारिस्थितिक तंत्र क्या है?
उतर – पर्यावरण का वह भाग जहां विभिन्न प्रकार के जैविक और अजैविक, रासायनिक भौतिक तथा सजीव एवम् निर्जीव पाए जाते हैं पारिस्थितिक तंत्र कहलाता है।
3. पारिस्थितिक तंत्र के किन्ही दो जैव घटकों के नाम लिखें।
उतर – जीव-जंतु तथा पेड़-पौधे।
4. पारिस्थितिक तंत्र के किन्ही दो अजैव घटकों के नाम लिखें।
उतर – नदी, पहाड़, मिट्टी।
5. कृत्रिम पारिस्थितिक तंत्र का कोई दो उदाहरण दें।
उतर – पार्क गार्डेन।
6. मैदानी पारिस्थितिक तंत्र के आहार श्रृंखला को नमो से दर्शाएं।
उतर – घास-हिरण-शेर ।
7. उत्पादक किसे कहते हैं?
उतर – हरे पेड़-पौधे को।
8. एक आहार श्रृंखला का प्रथम पोषी स्तर क्या है?
उतर – हरे पेड़-पौधे (उत्पादक)
9. कोई दो जैव अनिम्नीकरणीय अपशिष्टों के नाम लिखें।
उतर – DDT तथा पॉलीथिन।
10. कागज DDT, गोबर, प्लास्टिक की थैली सब्जी के छिलके में कौन जैव निम्नीकरण पदार्थ हैं?
उतर – कागज, गोबर और सब्जी।
11. किस कारण से कुछ पदार्थ जैव निम्मीकरणय होते हैं तथा कुछ जैव अनिम्नीकरणीय?
उतर – जो पदार्थ सड़-गल जाता है वह जैव निम्निकरणीय तथा जो पदार्थ सड़ते-गलते नहीं हैं, उन्हें जैव अनिम्नीकरणीय कहते हैं।
12. ओजोन स्तर का क्या महत्व है?
उतर – यह सूर्य से निकलनी वाली लिखी तीखी पराबैगनी किरणों को पृथ्वी पर आने से रोकता है।
13. CFC का पूरा नाम लिखिए।
उतर – कोलोरो फ्लोरो कार्बन
14. एक रासायनिक यौगिक का नाम लिखें जिससे ओजोन स्तर का अक्षय होता है?
उतर – एरोसोल।
15. पराबैगनी विकिकरणों से मनुष्य में कौन सी बीमारी होती है?
उतर – ब्लड कैंसर।
16. जीवमंडल की एक स्वपोषित संरचनात्मक एवम् कार्यात्मक इकाई क्या होती है?
उतर – उत्पादक।
17. समुद्र किस प्रकार का पारिस्थितिक तंत्र है?
उतर – जलीय पारितंत्र।
18. अपने पोषण के लिए उत्पादकों पर पूर्णरूपेण निर्भर रहनेवाले जीवों को क्या कहते हैं?
उतर – उपभोक्ता (Consumer)।
19. वैसे जीव, जो पौधे जंतु दोनों खाते हैं, को क्या कहते है?
उतर – सर्वभक्षी।
20. जीवाणु और कवक जैसे सूक्ष्मजीव को क्या कहते हैं?
उतर – अपघटनकर्ता (Decomposer)
21. एक जलीय पारिस्थितिक तंत्र में उत्पादक का कार्य कौन करता है?
उतर – जलीय पौधा।
22. पृथ्वी तक पहुंचनेवाली सौर ऊर्जा का कितना भाग उत्पादक ग्रहण कर रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है?
उतर – 1%
23. आहार श्रृंखला के प्रत्येक पोषि स्तर पर कुल ऊर्जा का कितना हिस्सा अगले पोषि स्तर में स्थानांतरित होता है?
उतर – 10%
24. जैव अनिम्नीकरणीय पदार्थों की मात्रा का पहले पोषि स्तर में अगले पोषि स्तर में क्रमशः होनेवाली वृद्धि को क्या कहते है?
उतर – जैव आवर्धन।
25. रेडियोधर्मी पदार्थ किस प्रकार के अपशिष्ट है?
उतर – जैव अनिम्नीकरणीय अपशिष्ट।
26. अगर विभिन्न पोषि स्तर के जीवों को संख्या का अवलोकन किया जाय तो किस प्रकार की आवृति बनती है।
उतर – संख्या का पिरामिड ।
27. कागज और कपास से निर्मित कपड़े किस प्रकार के अपशिष्ट हैं?
उतर – जैव निम्नीकरणीय।
28. धरती पर स्थित सभी जंतुओं को किस श्रेणी में रखा गया है?
उतर – परपोषी
29. तिलचट्टा एवम् मनुष्य किस प्रकार का जीव है?
उतर – सर्वाहारी।
30. आहार श्रृंखलाओं के जाल को क्या कहते हैं?
उतर – आहार जाल।
31. अधिकत ऊर्जा किस स्तर पर संचित रहता है?
उतर – प्रथम पोषी स्तर में।
32. आहार श्रृंखला में मनुष्य का क्या स्थान है?
उतर – तृतीय या चतुर्थ उपभोक्ता।
33. हमारे खाद्य-पदार्थों में हानिकारक रसायनों का जमाव किसे प्रक्रिया द्वारा होता है?
उतर – जैव आर्वधन।
34. किस क्षेत्र के ऊपर ओजोन स्तर में आई कमी को सामान्यत ओजोन छिद्र की संज्ञा दी जाती है?
उतर – आयन मंडल के ऊपर।
35. एरोसोल के उपयोग से वायुमंडल एवम् जीवमंडल सम्मिलित रूप से किसका निर्माण करते हैं?
उतर – CFC.
36. जलमंडल, स्थलमंडल, वायुमंडल एवम् जीवमंडल सम्मिलित रूप से किसका निर्माण करते हैं?
उतर – पारितंत्र (ecosystem).
37. उपभोक्ता को कितने श्रेणियों में बांटा जा सकता है?
उतर – चार श्रेणी में।
38. वन पारिस्थितिक तंत्र में घास का पोषी स्तर क्या है?
उतर – प्रथम पोषी स्तर।
39. एक वन पारिस्थितिक तंत्र में चिड़ियों का क्या स्थान है?
उतर – द्वितीय पोषी स्तर
40. एक मैदानी पारिस्थितिक तंत्र के आहार श्रृंखला में गिद्ध कहां आते हैं?
उतर – चतुर्थ उपभोक्ता।
41. क्या ऊर्जा का स्थानांतरण उपभोक्ता से उत्पादक की ओर हो सकती है?
उतर – कभी नहीं।
42. CFC के टूटने से किस गैस की उत्पति होती है जो ओजोन से प्रतिक्रिया करता है?
उतर – एरोसोल।
10th Biology Solutions (Notes) in Hindi
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. पारिस्थितिक तंत्र में उत्पादक का क्या कार्य है?
उतर – पारिस्थितिक तंत्र में उत्पादक का मुख्य कार्य सभी प्रकार के आहार श्रृंखला एवम आहार जाल को चालायन बनाए रखना । उत्पादक पर ही सभी तरह के जीव जंतु निर्भर रह कर अपनी जीवन की सारी अवशयकताओं को पूरा करते हैं। यह प्रथम पोषी स्तर का काम करते हैं।
2. आहार श्रृंखला से आप क्या समझते हैं?
उतर – पारितंत्र में मौजूद हर एक जीव भोजन प्राप्त करने के लिए दूसरे पर निर्भर रहते हैं हुए तथा एक दूसरे पर आश्रित रहने से एक सीधी श्रृंखला का निर्माण होता है इसकी शुरुआत हमेशा उत्पादक से होती है। जैसे, घास-कीट- मेढ़क-सांप-नेवला क्रमश।
3. पोषी स्तर क्या है? एक आहार श्रृंखला का उदहारण देकर विभिन्न विभिन्न पोषी स्तर को बताएं।
उतर – आहार श्रृंखला या आहार जाल में मौजूद हर एक वह जीव जिसके माध्यम से ऊर्जा का एक रूप से दूसरे रूपों में स्थानांतरण होता है अर्थात वह जीव जो कड़ी को आगे बढ़ाते हैं, पोषी स्तर कहलाते हैं।
4. आहार जाल का निर्माण कैसे होता है?
उतर – पारितंत्र में मौजूद एक जीव के ऊपर अनेको जीव आश्रित रहकर एक दूसरे के आड़े में छिपकर इस प्रकार भोजन प्राप्त करते हैं कि एक सीधी कड़ी का निर्माण न होकर एक टेढ़ी-मेढी जाल जैसी रचना का निर्माण करते हैं, आहार जाल कहलाता है।
5. पारिस्थितिक तंत्र में अपघटनकर्ता की क्या भूमिका होती है?
उतर – अपघटनकर्ता मरे हुए जीव-जंतु तथा पेड़-पौधों को सड़ान-गलाने का काम करते हैं जिससे महामारी या संक्रामक बीमारियों कम फैलती है। जैसे- जीवाणु, कवक इत्यादि।
6. उत्पादक एवम् उपभोक्ता में क्या अंतर है?
उतर – हरे पेड़-पौधें जो अपना भोजन स्वयं बना लेते हैं। अपनी जीवन की सारी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दूसरे पर आश्रित नहीं रहते हैं, उत्पादक कहलाते हैं।
उत्पादक द्वारा तैयार किए गए विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थो को ग्रहण करने वाले जीव उपभोक्ता कहलाते हैं।
7. जैव आवर्धन किसे कहते हैं?
उतर – विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों के माध्यम से जीव शरीर के अंदर रासायनिक पदार्थो की सांद्रता में वृद्धि होना जैव आवर्धन कहलाता है।
8. जैव अनिम्नीकरणीय अपशिष्टों से पर्यावरण को क्या हानि पहुंचती है?
उतर – ये ऐसे पदार्थ हैं जो सड़ते-गलते नहीं हैं बल्कि एक ही रूपों में मौजूद रहकर पर्यावरण को अधिक से अधिक क्षति पहुंचाते हैं। इनसे वायु, मृदा एवम् जल प्रदूषण होता है। साथ में कई प्रकार की खतरनाक बीमारियां होती हैं।
9. कचरा प्रबंधन कैसे किया जा सकता है?
उतर – घरों से तथा कल कारखानों से निकले हुए कचड़े को जहां-तहां न फेकर उसे एक निश्चित जगहों पर रखना तथा कबाड़ खाने में बेचकर उसका पुनः चक्रण करके कचरा प्रबंधन कर सकते हैं।
10. ओजोन क्या है? इसके स्तर में अवक्षय होने से हमे क्या हानि हो सकती है?
उतर – आयन मंडल के ऊपर ऑक्सीजन के तीन परमाणुओं से मिलकर बना हुआ ऐसा परत जो सूर्य से निकलने वाली तीखी पराबैगनी किरणों को पृथ्वी पर आने से रोकता है। ओजोन परत कहलाता है।
आज इस ओजोन परत में विभिन्न प्रकार के मानवीय क्रियाकलापों द्वारा अवक्षय हो रहा है जिससे मनुष्य को ग्लोबल वार्मिंग, ग्रीन हाउस इफेक्ट, बाढ़ एवम सुखाड़ तथा ल्युकिमिया जैसे बीमारी को सहना पड़ता है।
11. अगर किसी पोषी स्तर के सभी जीवों को नष्ट कर दिया जाय तो इसका पारिस्थितिक तंत्र पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
उतर – संसार जीव विहीन हो जाएगा।
12. एरोसोल रसायन के हानिकारक प्रभाव क्या हैं?
उतर – एरोसोल के हानिकारक प्रभाव- वायु प्रदूषण, ओजोन परत में क्षति, हरित गृह प्रभाव तथा वैश्विक गर्मी।
13. निचले पोषी स्तर पर सामान्यत ऊपरी पोषी स्तर की तुलना में जीवों की संख्या अधिक क्यों रहती हैं।
उतर – निचले पोषी स्तर की शुरुआत उत्पादक से होती है जिससे हरे पेड़-पौधें शामिल रहते हैं जो स्वपोषी होते हैं उस उत्पादक को खानेवाले जीव शाकाहारी होते हैं जिनकी संख्या उत्पादक से कम होती है तथा शाकाहारी को खाने वाले मांसाहारी की संख्या उससे से भी कम होती है। जैसे -जैसे पोषी स्तर बढ़ता है जीवों की संख्या घटती जाती है जो संख्या को पिरामिड को दर्शाता है।
10th Biology Solutions (Notes) in Hindi
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा का प्रवाह किस प्रकार होती है?
उतर – पारितंत्र में ऊर्जा का प्रवाह केवल एक ही दिशा में होता है वह दिशा है उत्पादक से उपभोक्ता की ओर । केवल हरे पेड़-पौधें ही सौर उर्जा को रसायनिक ऊर्जा में बदल सकते हैं। अतः उत्पादक का काम वही करते हैं बाकी जितने भी जीव है वे सब उपभोक्ता हैं।
सभी प्रकार के उपभोक्ता प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष हरे पेड़-पौधें पर आश्रित रहते हैं इसीलिए ऊर्जा का प्रवाह केवल एक ही दिशा में होता है।
2. पीड़कनाशी अगर अपघटित न हो तो आहार श्रृंखला पर उसका क्या प्रभाव होगा?
उतर – पीड़कनाशी अगर अपघटित न हो तो आहार श्रृंखला पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा क्योंकि जो पदार्थ अपघटत नहीं होते है वे भोजन के माध्यम से जीव शरीर के अंदर प्रवेश कर जाता है। यही कारण है कि जीव जंतुओं में वृद्धि होती है जिसे जैव आवर्धन कहते हैं।
जैव आवर्धन वह क्रिया है जिसमें जीव-जंतु भयंकर बीमारियों से ग्रसित होने लगते हैं। अतः पीड़कनाशी को अपघटीत न होना जीव पर बुरा प्रभाव डालता है।
3. किसी पारिस्थितिक तंत्र के विभिन्न प्रकार के उपभोक्ता के बारे में समझाइए।
उतर – पारितंत्र में पाए जानेवाले विभिन्न प्रकार के उपभोक्ता का वर्णन इस प्रकार हैं:
(i) प्राथमिक उपभोक्ता - इसके अंतर्गत शाकाहारी जीव आते हैं जो सीधे पेड़-पौधें को खाते हैं।
(ii) द्वितीयक उपभोक्ता - कुछ जंतु जैसे शेर, पक्षी , सर्प, मेढ़क आदि जीव इसके अंतर्गत आते हैं जो शाकाहारी यानी प्राथमिक उपभोक्ता को खाते है। जैसे कीट को मेढ़क।
(iii) तृतीयक उपभोक्ता - इसके अंतर्गत वैसे जीव आते हैं जो द्वितीयक को खाते हैं। जैसे मेढ़क खाने वाला सर्प। तृतीयक उपभोक्ता सामान्यत उच्चतम श्रेणी के उपभोक्ता होते हैं जो दूसरे जंतुओं द्वारा मारा गया शिकार नहीं खाते। जैसे-बाज, बाघ। मांसाहारी जंतु भिन्न-भिन्न स्थितियों में द्वितीय या तृतीयक श्रेणी के हो सकते हैं।
(iv) चतुर्थ उपभोक्ता - किसी भी श्रृंखला में चार ही उपभोक्ता होते हैं और चतुर्थ उपभोक्ता वे कहलाते हैं जो तृतीय उपभोक्ता को खाते हैं। यह अक्सर शीर्ष मांसाहारी होते हैं। शेर, गिद्ध आदि।
5. ओजोन छिद्र से आप क्या समझते हैं? यह कैसे उत्पन्न होता है? इससे होनेवाली हानियां के बारे में लिखें।
उतर – पृथ्वी के ऊपर 15 km से 50 km में फैला क्षेत्र ओजोन परत का है। मानव के विभिन्न प्रकार के क्रियाकलापों से इस परत में छेद हो गया है एम इसके छिद्र के चार कारण निम्नलिखित हैं: (i) CFC की मात्रा में वृद्धि (ii) मोटर वाहनों, चिमनी तथा कल-कारखानों से निकले हुए एरोसोल5 युक्त धुएं (iii) पेड़-पौधें की कटाई (iv) बम विस्फोट करना तथा रसायनिक दवाओं का छिड़काव करना है।
ओजोन छिद्र के कारण मनुष्य को ग्लोबल वार्मिंग, हरित गृह प्रभाव, बाढ़, सुखाड़ तथा ल्युकिमिया त्वचा कैंसर एवम् मोतियाबिंद आदि अनेक प्रकार के रोग को जन्म देती है।
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1 टिप्पणियाँ
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