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Bihar Board Class 10 Science (Biology) Question Paper Solution in Hindi 2019 (1st & 2nd shift)

 BSEB Biology Question Paper Solution in Hindi 2019


BSEB First and Second Sitting  (प्रथम पाली और द्वितीय पाली ) Question Paper 'Solution in Hindi 2019

Bihar board class 10 science (Biology) question paper 2019 pdf

दोस्तों, आपको इस ब्लॉग में बिहार बोर्ड एग्जाम 2019 (प्रथम पाली और द्वितीय पाली ) में  पूछे गए सारे प्रश्न के उत्तर दिए गयें हैं|
Bihar Board Class 10 Science (Biology) Question Paper Solution in Hindi 2019 (1st & 2nd shift) image


प्रथम पाली

Section A


वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. निम्न में से कौन आहार श्रृंखला का निर्माण करता है?
उत्तर – घास, बकरी तथा मानव।

2. मानव हृदय में कोष्ठों की संख्या कितनी है?
उत्तर –4

3. निम्नलिखित में से कौन पुनरुद्धवन का उदाहरण है?
उत्तर –हाइड्रा।

4. पीत रस कहां से स्रावित होता है?
उत्तर –यकृत से।

5. निम्नांकित में से कौन मलेरिया परजीवी है?
उत्तर –प्लाजमोडियम।

6. कौन सा अजैव निम्निकरणीय कचरा है?
उत्तर –थर्मोकोल।

7. कवक में पोषण की कौन सी विधि पाई जाती है?
उत्तर –मृतजीवी।

8. निम्न में से कौन सा अंग संवेदीग्राही नहीं है?
उत्तर –दिमाग।

9. समजात अंगों का उदाहरण है:
उत्तर –हमारा हाथ और कुत्ते के अग्रपाद।

10. निम्न में से उत्तम ऊर्जा स्रोत कौन सा है?
उत्तर –बायो-मास।

11. कौन अंतः स्रावी और बाह्य स्रावी ग्रंथि जैसा कार्य नहीं करता है?
उत्तर –अंडाशय।


Section B

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. स्वयंपोषी पोषण तथा विषमपोषी पोषण में क्या अंतर है?
उत्तर –स्वयंपोषी _ वह पोषण जिसमें जीव अपने भोजन का स्वयं निर्माण करें स्वयंपोषी पोषण कहलाता है। जैसे- हरे पेड़।
विषमपोषी _ वह पोषण जिसमें जीव भोजन के लिए अन्य पर निर्भर रहते हैं, उसे विषमपोषी पोषण कहते हैं। जैसे – मनुष्य।

2. हार्मोन क्या है? दो पादप हार्मोन का नाम लिखें।
उत्तर – वैसे रसायन जिनकी अल्प मात्रा ही शारीरिक वृद्धि एवम् विकास को प्रभावित करे हार्मोन कहलाता है। दो पादप हार्मोन है – ऑक्सिन और इथाईलीन।

3. गर्भ निरोधक युक्तियां अपनाने के क्या कारण हो सकते हैं?
उत्तर –गर्भ निरोधक युक्तियां अपनाने का प्रमुख कारण है प्रजनन पर रोक। ज्यादा बच्चे होने पर दंपति को अधिक खर्च करना पड़ता है जिससे गरीबी आती है। कम संतान होने पर खुशहाल जीवन रहेगा।

4. स्वपरागण तथा परपरागण में अंतर लिखें।
उत्तर –जब एक फूल का परागकण उसी फूल के वर्तिकाग्र पर या उसी पौधे के अन्य फूल के वर्तिकाग्र पर पहुंचे, तो उसे स्वपरागण कहते हैं।
जब एक फूल का परागकण दूसरे पौधे पर लगे फूल के वर्तिकाग्र पर किसी माध्यम से पहुंचे तो उसे पर-परागण कहते हैं।

5. जैविक आवर्धन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर –जैविक आवर्धन वह क्रिया है, जिसमें जैव अनिम्नीकरणीय अपशिष्ट पदार्थों की मात्रा किसी परितंत्र के विभिन्न स्तरों में एकत्र होती है। जैविक आवर्धन में एक पोषी स्तर से अगले पोषी स्तर में जैव अनिम्नीकरणीय अपशिष्ट पदार्थों की मात्रा क्रमशः बढ़ती जाती है। अर्थात, इसका प्रभाव विभिन्न स्तरों पर भिन्न भिन्न होता है, क्योंकि उच्चतम पोषी स्तर के जीवों में इनकी मात्रा टॉक्सिक स्तर तक चली जाती है।

6. अपने विद्यालय को पर्यानुकुलित बनाने के लिए दो सुझाव दें।
उत्तर –विद्यालय में शौचालय बना हो। विद्यालय में चारों तरफ हरे भरे वृक्ष लगे हों।

7. पादप में भोजन स्थान्तरण कैसे होता है?
उत्तर –पादपों में जटिल संवहन उत्तक फ्लोएम द्वारा भोजन का स्थानांतरण होता है। भोजन तथा अन्य पदार्थो का स्थानांतरण संलगन सखी कोशिका की सहायता से चालनी नलिका में उपरिमुखी एवम् अधोमुखी दोनों दिशाओं में होता है। सुक्रोज के रूप में भोजन ATP से ऊर्जा लेकर स्थानांतरण होता रहता है। यह उत्तकों में परासरण दबा बढ़ा देता है, जहां दाब कम होता है। इस प्रकार पादप में आवश्यकता अनुसार भोजन का स्थानांतरण होता है।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

1. मानव पाचन तंत्र का स्वच्छ नामांकित चित्र बनाकर पाचन क्रिया को समझावें।
उतर – मनुष्य का आहार नाल एक लंबा अंग है जिसकी लंबाई लगभग 8 से 10 मीटर होती है, इसके मुख्य भाग हैं Mouth Cavity, Stomach, Small Intestine, Large Intestine, Rectum, Anus इत्यादि |  पाचन का शुरुआत माउथ कैविटी से होता है |  मुख गुहा बंद कोठारी के समान होती है  जिसमें 16 जोड़ी दांत 3 जोड़ी लार ग्रंथि तथा एक बेलनाकार जीभ होता है,  मुख गुहा ग्रास नली के द्वारा नीचे स्टमक से जुड़ा होता है, आमाशय एक ब्लैडर या थैलूनुमा  होता है जिसे Cardiac, Fundic,और Pyloric तीन भागों में बांटा गया है  यहां भोजन में HCL पेप्सिन  काइमोट्रिप्सिन द्वारा भोजन को टाइम में बदल जाता है|  पाइलोरी का निचला भाग ग्रहणी है  जो छोटी आंत का शीर्ष  भाग है|  छोटी आंत में भोजन का अवशोषण होता है,  ग्रहणी के ठीक सामने अग्नाशय है, ग्रहणी C आकार का होता है ग्रहणी के बीच का छिद्र अग्नाशयी  वाहिनी और मूल पित्त वाहिनी के नली द्वारा जुड़ा होता है|  छोटी आंत का निचला हिस्सा इलियम में पूर्ण पाचन हो जाता है|  छोटी आत में भोजन का पाचन  यकृत पित्त, अग्नाशय से अग्नाशय रस तथा  आप ग्रंथियों  से आंत्र रस  द्वारा भोजन  का पूर्ण पाचन होता है| यकृत द्वारा निकला पित्त भोजन को अम्लीय से क्षारीय बनाता है फिर भोजन चाइल बनकर बड़ी आत में आता है जहां इसका जल का अवशोषण होता है फिर भोजन रेक्टम में  जाकर जमा होता है और Anus द्वारा  पीले रूप से बाहर निकल जाता है| 
मानव पाचन तंत्र  का चित्र खुद से  भारती भवन का पुस्तक देखकर बनाएं 

2. मानव मस्तिष्क की संरचना का वर्णन करें।

उत्तर –  उतर –  मनुष्य का मस्तिष्क शरीर के सबसे ऊपरी भाग में खोपड़ी के भीतर अवस्थित रहता है। मस्तिष्क कंकाल उत्तक का बना होता है जिसका वजन मनुष्य में 1.4-1.5 kg  तक होता है। मस्तिष्क का आयतन 1250 से 1650 ml होता है। मस्तिष्क चारों ओर से मेनिंजिन झिल्ली से घिरा होता है। मस्तिष्क खोपड़ी की मस्तिष्कगुहा या क्रेनियम के अंदर सुरक्षित रहता है। मस्तिष्क को तीन प्रमुख भागों में बांटा गया है: 

(i) अग्रमस्तिष्क - यह मस्तिष्क का सबसे अग्रभाग है, जो देखने, सुनने तथा सुंघने के क्रियाओं का नियंत्रण करता है। यह प्रमस्तिष्क या सेरेब्रम (cerebrum) तथा डाइंसफालोन (Diencephalon) में बंटा होता है।

(ii) मध्यमस्तिष्क -  यह मस्तिष्क स्टेम का ऊपरी भाग है। इनमें तंत्रिका कोशिकाओं कई समूहों में उपस्थित होती है। यह आंखो की समस्त मांशपेशियों का नियंत्रण करता है।

(iii) पाश्चमस्तिष्क -  यह दिमाग का सबसे पिछला भाग है, जो सेरेबेलम (cerebellum) एवम् मेडुला ओबलोंगटा (Medulla oblongata) दो भागों में बंटा होता है।

मानव मस्तिष्क  का चित्र खुद से  भारती भवन का पुस्तक देखकर बनाएं 


द्वितीय पाली
Section A
वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. इनमें से कौन पादप हार्मोन है?
उत्तर –साइटोकिनिन।

2. निम्न में से कौन बौने पौधे को दर्शाता है?
उत्तर –tt

3. मेरुरज्जु निकलता है:
उत्तर –प्रमस्तिस्क से।

4. किसि अंतरिक्ष यात्री को आकाश कैसा प्रतीत होता है?
उत्तर –काला।

5. रुधिर का कौन सा अवयय रक्त स्राव को रोकने में मदद करता है?
उत्तर –प्लेटलेट्स।

6. निम्न में कौन सा पर्यावरण के लिए अनुकूल नहीं है?
उत्तर –मोटर साइकील से चलना।

7. स्वपोषि पोषण के आवश्यक है:
उत्तर – पर्णहरित, सूर्यकाप्रकाश, कार्बन डाइऑक्साइड।

8. निम्न में से कौन सा स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है?
उत्तर –प्राकृतिक गैस।

9. निम्न में कौन एक उभयलिंगी जंतु है?
उत्तर –केंचुआ।

10. निम्न में से कौन एकलींगी पुष्प है?
उत्तर –पपीता पुष्प।

11. निम्न में से कौन सा जीवाणु जनित रोग नहीं है?
उत्तर –मस्सा।

12. जैव विविधता का विशिष्ट स्थल क्या है?
उत्तर –वन।

13. पादप में पाया जाने वाला वृद्धि हार्मोन निम्न में से कौन है?
उत्तर – जिब्बरेलिन ।



Section B
लघु उत्तरीय प्रश्न।

1. धमनी और शिरा में दो अंतर बताएं।
उत्तर –(i) हृदय से अंगो की ओर आने जाने वाली रक्त वाहिनी को धमनी कहते हैं। जबकि अंगो से हृदय की ओर जाने वाली रक्त वाहिनी को शिरा कहते हैं।
(ii) धमनी की आंतरिक भीति मोटी, पेशीय तथा लचीली होती है जबकि शिरा की आंतरिक भीति पतली होती है।

2. पाचक एंजाइम का क्या कार्य है।
उत्तर –पाचक एंजाइम खाए भोजन के पाचन में पाचन तंत्र को सहूलियत प्रदान करता है। इससे भोजन के सभी अवयवों का सही से पाचन होता है।

3. पादप में जल एवम् खनिज लवण का वहन कैसे होता है?
उत्तर – पादपों के जड़ों में जाईलम एवम् फ्लोएम उत्तक पाए जाते है। जाईलम से जल का वहन एवम् फ्लोएम से खनिज लवण का वहन होता है। जड़ के पास नमी मौजूद रहती है। इस नमी को ये दोनो उत्तकों के माध्यम से जड़े सोखकर पौधे में परिवहन करती है।

4. पादप में प्रकाशानुवर्तन किस प्रकार होता है?
उत्तर –प्रकाश की दिशा में पौधों के प्ररोह तंत्र का वृद्धि करना ही प्रकाशानुवर्तन कहलाता है। इस प्रकार की गति तने के शीर्ष भाग या पत्तियों में स्पष्ट दिखती है।

5. हम यह जान पाते हैं की जीवाश्म कितने पुराने हैं?
उत्तर –कार्बन डेटिंग पद्धति द्वारा हम जान पाते हैं कि जीवाश्म कितने पुराने हैं। इस पद्धति से जीवाश्मों की आयु की गणना संभव है।

6. ओजोन परत की क्षति हमारे लिए चिंता का विषय क्यों है?
उत्तर –ओजोन परत धरती को इंफ्रारेड किरणों एवम् विकिरणों से सुरक्षा प्रदान करती है। ओजोन परत में क्षय से ये हानिकारक किरणों धरती पर पहुंचा जाएंगी। इससे कैंसर का खतरा एवम् धरती के ताप में चरम वृद्धि की आशंका बढ़ जाएगी। अत्तः यह चिंता का विषय है।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

1. एक तंत्रिका कोशिका (न्यूरॉन) की नामांकित संरचना बनाइए तथा इनके कार्यों का वर्णन कीजिए।

उतर –  तंत्रिका कोशिका शरीर की सबसे बड़ी कोशिका होती है। जो पूरे शरीर में जाल की तरह फैली रहती है। इसके सबसे ऊपरी शाखित भाग को डेंड्राडाइट्स कहते हैं। न्यूरॉन में एक ताराकर कोशिकाद्रव्य होता है जिसे साइटन (Cyton) कहते हैं। साइटन में कोशिकाद्रव्य तथा एक बड़ा केंद्रक होता है। कोशिकाद्रव्य में अनेक निस्सल कनिकााए पाई जाती हैं। साइटन से अनेक पतले तंतु या प्रवर्धन निकले होते हैं , जो अन्य की अपेक्षा बहुत लंबा होता है, अक्ष या एक्सॉन कहलाता है। एक्सॉन में कोशिकाद्रव्य भरे होते हैं। एक्सॉन अपने अंतिम छोर पर स्वयं शाखित हो जाता है और प्रत्येक शाखा सूक्ष्म गांठ जैसी रचना में समाप्त हो जाती है जिन्हें सूत्र युग्मन गांठें कहते हैं। जहां एक्सॉन समाप्त होता है वही वह दूसरे डेंड्राडाइट्स से जुड़ता है। यह स्थान सिनैप्स कहलाता है। एक्सॉन के चारों ओर श्वेत चर्बीदार पदार्थ का एक आवरण मायलिन शिथ होता है। मायलीन शिथ कुछ- कुछ दूरी पर नहीं होते वह स्थान रेनवियर के नोड कहलाते हैं। मायलीन शीथ के ऊपर एक पतली झिल्ली न्यूरिलेमा कहलाता है। इसके कोशिकाद्रव्य में कहीं कहीं केंद्रक होता है। न्यूरिलेमा चपटी तथा लंबवत कोशिकाओं की बनी होती है जिसे श्वान कोशिका कहते हैं। श्वान कोशिका एक्सॉन के ऊपर एक झिल्लीदार आवरण के रूप में रेनवियर के नोड तथा इंटरनोड्स को पूर्ण रूप से से ढंकी रहती है। बहुत लंबे एक्सॉन को तंत्रिका तंतु कहते हैं। कई तंत्रिका तंतुओं के मिलने से तंत्रिका बनता है।

तंत्रिका कोशिका की नामांकित  का चित्र खुद से  भारती भवन का पुस्तक देखकर बनाएं 


2. मानव श्वसन तंत्र का स्वच्छ नामांकित चित्र खींचे एवम् कार्यों का वर्णन करें।
उत्तर – (i) नासागुहा – नाक श्वसन तंत्र का प्राथमिक और प्रारंभिक अंग है। इसके दोनों छिद्रों से होकर वातावरण की वायु भीतर प्रवेश करती है। नासागुहा से पहले और नासा छिद्रों से आगे की दीवार पर बाल पाए जाते हैं जो हवा को छानने का कार्य करते हैं।
(ii) ग्रसनी – नासागुहा के आगे के घुमावदार रास्ते को ग्रसनी कहते है। ग्रसनी एक छिद्र द्वारा श्वासनली में खुलती है। इसे ग्लाटिश कहते हैं। यह एक उपास्थि युक्त कपाट द्वारा ढका रहता है जिसे एपी ग्लोटिस कहते हैं।
(iii) कंठ या ट्रैकिया–  यह एक लंबी , चौड़ी और उपास्थि की बनी हुई नलिका होती है जो ग्रसनी के आगे के भाग में स्थित होती है। कंठ से आगे का भाग श्वासनली कहलाता है।
(iv) श्वासनी– ट्रैकिया के आगे का भाग श्वासनी कहलाता है। ट्रैकिया आगे जाकर उल्टे Y के आकर में दो शाखाओं में बंटा होता है।
(v) फेफड़ा– दोनो श्वासनी से एक एक फेफड़ा जुड़ा होता है। प्रत्येक फेफड़े दोहरी झिल्लियों से घिरा रहता है जिन्हे फुफ्फूस वरनी या पल्मोनरी झिलियां कहते हैं।

श्वसन तंत्र की नामांकित  का चित्र खुद से  भारती भवन का पुस्तक देखकर बनाएं 

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