BSEB Biology Question Paper Solution in Hindi 2018
BSEB compartment exam Question Paper 'Solution in Hindi 2018
Section A
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन तथा वसा के पूर्ण पाचन का स्थल निम्नलिखित में से कौन सा है?
उत्तर – यकृत।
2. हमारे शरीर में कौन सा हार्मोन कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन तथा वसा के उपापचय का नियंत्रण करता है?
उत्तर – इंसुलिन।
3. ग्लूकोज का विखंडन पायरूवेट में होता है। यह प्रक्रम संपन्न होता है –
उत्तर – हरितलवक।
4. निम्नलिखित में कौन सा वायरस संक्रमित रोग है?
उत्तर – HIV-AIDS
5. पराग नलिका का बिजांड की ओर वृद्धि करना किस प्रकार के अनुवर्तन से संबंधित है?
उत्तर – रसायनानुवर्तन ।
6. एड्रिनलिन हार्मोन स्रावित होता है –
उत्तर – अधिवृक्क ग्रंथि से।
7. समजात अंगों का उदाहरण है –
उत्तर – हमारा हाथ और कुत्ते का अग्रपाद।
8. भ्रूण को मां के रुधिर से ही पोषण मिलता है, इसके लिए एक विशेष संरचना होती है जिसे क्या कहते हैं?
उत्तर – प्लेसेंटा।
9. निम्नलिखित में कौन सा एक प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र नहीं है?
उत्तर – झोल।
Section B
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. हमारे जैसे बहुकोशिकीय जीवों में ऑक्सीजन की अवश्यकता पूरी करने में विसरण क्यों अपर्याप्त है?
उत्तर – बहुकोशिकीय जीवों में विभिन्न प्रक्रमों की पूर्ति में ऑक्सिजन की अधिक आवश्यकता पड़ती है जो विसरण द्वारा पूरा करना असंभव है। अतः विसरण द्वारा ऑक्सिजन की पूर्ति बहुकोशिकीय जीवों में अपर्याप्त है।
2. मनुष्य में ऑक्सिजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन कैसे होता है?
उत्तर – मनुष्य में श्वसन नाक से ली जाती है। यह हवा श्वसन की गीली सतह से होकर गुजरती है। नम श्वसन सतह में गैसीय आदान प्रदान होता है। इस प्रकार शरीर को ऑक्सिजन एवम् कार्बन डाइऑक्साइड शरीर से बाहर होती है।
3. मानव मस्तिष्क का नामांकित चित्र बनाएं।
4. DNA की प्रतिकृति बनाना जनन के लिए आवश्यक क्यों है?
उत्तर – DNA की प्रतिकृति बनने से ही वंशानुगत गुणों से युक्त संतान प्राप्त होती है। इस कारण DNA की प्रति कृति बनाना जनन के लिय आवश्यक है।
5. मानव में लिंग निर्धारण कैसे होता है?
उत्तर_ मानव में लिंग निर्धारण विशेष लिंग गुणसूत्र के आधार पर होता है । नर में XY जबकि मादा में XX गुण सूत्र विद्यमान होता है। XY गुणसूत्र से नर एवम् XX गुणसूत्र से मादा लिंग निर्धारित होता है।
6. विभिन्नताओं के उत्पन्न होने से किसी स्पिसिज का अस्तित्व किस प्रकार बढ़ जाता है?
उतर_ विभिन्नताओं के उत्पन्न होने से किसी स्पिसिज की उतर जीविता की संरचना बढ़ जाती है। प्राकृतिक चयन ही स्पिसिज की उत्तर जीविका का आधार बनता है जो वातावरण है घटित होता है। पर्यावरण द्वारा उत्तम परिवर्तन का चयन जैव विकास प्रक्रम का आधार बनता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. मानव हृदय के काट दृश्य का नामांकित चित्र बनाएं तथा इसकी रचना एवम् क्रियाविधि का वर्णन करें।
उत्तर – मनुष्य का हृदय एक अत्यंत कोमल, मांशल रचना है जो वक्षगुहा के मध्य में पशलिय
के नीचे तथा दोनों फेफड़ों के बीच स्थित होता है। यह हृद पेशियों का बना होता है। यह एक केंद्रिक पंप अंग है जो रक्त पर दबाव बनाकर उसका परिसंचरण पूरे शरीर में करता है। इसका आकार तिकोना होता है। इसका चौड़ा भाग आगे और संकरा भाग पीछे की ओर होता है तथा यह बाई तरफ झुका होता है। यह चारों तरफ से दोहरी झिल्ली कार्डियक मेंबरेन से घिरा होता है। इन दोनो झिल्लियों के बीच द्रव्य भरा होता है, जो बाहरी आघातों से बचाता है। यह मनुष्य में चार वेश्मों में बंटा होता है, दायां और बायां अलिंद तथा दायां और बायां निलय। यह 4.5 cm लंबा, 3.5 cm मोटा एवम 2.5 cm चौड़ा होता है। इसकी रक्षा पश्ली की हड्डी करती है एवम् यह तंत्रिका तंत्र के गुच्छों में लिपटा रहता है। दायां और बायां अलिंद अंतरालिंद भित्ति द्वारा अलग होता है एवम् यह हृदय के चौड़े अग्रभाग में होता है। दायां और बायां निलय हृदय के संकरे पश्यभाग में स्थित होता है एवम् यह एक संकरे पश्चभग में स्थित होता है एवम् यह एक दूसरे से अंतरानिलय भित्ति के द्वारा अलग होता है।
मानव हृदय के काट का चित्र खुद से भारती भवन का पुस्तक देखकर बनाएं
2. मानव का मादा जनन तंत्र का नामांकित चित्र बनाएं । मानव में निषेचन प्रक्रिया एवम् भ्रूण विकास का संक्षिप्त वर्णन करें।
उत्तर –मनुष्य मादा जननांग में अंडाशय, फैलोपियन नलिका, गर्भाशय , योनि तथा वल्वा पाए जाते हैं। प्रत्येक स्त्री में एक जोड़ी अंडाशय पाया जाता है। प्रत्येक अंडाशय संयोजी उत्तक के एक ए आवरण ट्यूनिका अल्बुजीनिया से ढका होता है । अंडाशय में अंडाणु उत्पन्न होते हैं। फैलोपियन नलिका प्रत्येक अंडाशय के ऊपर भाग से आरंभ होकर नीचे जाति है और अंत में गर्भाशय से जुड़ जाती है। प्रत्येक फैलोपियन नलिका का शीर्ष भाग एक चौड़े कीप के समान होता है जो अंडाणु को नीचे की ओर बढ़ने में सहायता देता है। इस नलिका के द्वारा अंडाणु गर्भाशय में पहुंचते हैं।
गर्भाशय मोटी दीवार वाली पेशीय थैली के समान रचना है जो मूत्राशय तथा मलाशय के बीच श्रोणिगुहा में स्थित होती है। यह लगभग तिकोना रचना है। इसके ऊपरी भाग के दाएं तथा बाएं कोने से फैलोपियन नलिका जुड़ी होती है। गर्भाशय की गुहा में ही भ्रूण का विकाश होता है। गर्भाशय का निचला भाग संकरा होता है जिसे ग्रीवा कहते हैं। ग्रीवा नीचे की ओर योनि में खुलता है।
मानव का मादा जनन तंत्र का नामांकित का चित्र खुद से भारती भवन का पुस्तक देखकर बनाएं
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