BSEB Biology Question Paper Solution in Hindi 2018
BSEB First Sitting (प्रथम पाली ) Question Paper 'Solution in Hindi 2018
Section A
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. पादप में जाइलम उत्तरदायी है-
उत्तर – जल का वहन
2. निम्नलिखित में किसे कोशिका का ‘ऊर्जा मुद्रा ‘ के रूप में जाना जाता है?
उत्तर –ATP
3. पत्तियों में गैसों का आदान प्रदान कहां होता है?
उत्तर –रंध्र में।
4. हृदय से रक्त रुधिर को सम्पूर्ण शरीर में पंप किया जाता है-
उत्तर –निलय द्वारा।
5. कौन सा पादप हार्मोन पत्तियों के मुरझाने के लिए उतरदायी है?
उत्तर –ऑक्सिन।
6. जड़ का अधोगामी वृद्धि है –
उत्तर –गुरुत्वानुवर्तन
7. पॉन्स, मेडुला और अनुमस्तिष्क –
उत्तर –मध्य मस्तिष्क का हिस्सा है।
8. निम्नलिखित कौन सी अनैच्छिक क्रिया नहीं है?
उत्तर – चबाना
9. अलैंगिक जनन मुकुलन द्वारा होता है?
उत्तर –यीस्ट में
10. शुक्राणु का निर्माण होता है –
उत्तर –वृषण में।
11. पुष्प का कौन सा भाग फल बनता है?
उत्तर –अंडाशय
12. लिंग गुण सूत्र का पूर्ण जोड़ा पाया जाता है-
उत्तर –स्त्री में
13. मानव शरीर के किसी सामान्य कोशिका में गुणसूत्रों के कितने युग्म होते हैं?
उत्तर –23
14. निम्न में से कौन से समूहों में केवल जैव निम्निकरण पदार्थ है –
उत्तर –केक, लकड़ी एवम् घास
Section B
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. वायवीय तथा अवायवीय श्वसन में क्या अंतर है? कुछ जीवों के नाम लिखिए जिसमें अवायवीय श्वसन होता है।
उत्तर – (i) वायवीय श्वसन ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है जबकि अवायवीय श्वसन ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है।
(ii) वायवीय श्वसन के अंतर्गत ग्लाइकोलाइसिस कोशिका द्रव्य में होता है और शेष चरण ( क्रेब्स चक्र) माइटोकांड्रिया में संपादित होता है। अवायवीय श्वसन में सभी अभिक्रिया कोशिका द्रव्य में संपादित होती है।
अवायवीय श्वसन विभिन्न प्रकार के कवक, जीवाणुओं तथा गुर्देदार फलों में भी होता है।
2. तंत्रिका उत्तक कैसे क्रिया करता है?
उत्तर –तंत्रिका उत्तक सूचनाओं को संग्रह करते है, उन्हें पूरे शरीर में भेजते हैं, सूचनाओं को व्यवस्थति करते हैं, सूचनाओं पर निर्णय लेते हैं एवम् निर्णय को मांशपेशियों तक भेजते है ताकि क्रिया हो सके। संदेश पाने के बाद पेशियों अपना आकार बदलती हैं। इससे वे छोटी हो जाती है। इनमें विशिष्ट प्रोटीन पाए जाते हैं। ये प्रोटीन पेशियों के आकारों को बदल सकते हैं तथा तंत्रिका से प्राप्त होने वाले विद्युत तंत्रिका आवेग के अनुसार उनमें अनुक्रियां उत्पन्न कर सकती है।
3. ऋतुस्राव क्यों होता है?
उत्तर –अंडोत्सर्ग के पूर्व गर्भाशय में परिवर्तन होते हैं। सबसे पहले गर्भाशय का अंतः स्तर जिसमें रक्त वाहिकाओं का संपर्क होता है, नष्ट हो जाता है। इस स्तर के स्थान पर नया स्तर बन जाता है । पुराना अंतः स्तर नष्ट हो जाने के बाद योनीद्वार से रक्त के रूप में 3-4 दिनों तक बहता रहता है। इसे ही ऋतुस्राव कहते हैं।
4. एक कोशिका एवम् बहुकोशिकीय जीवों की जनन पद्धति में क्या अंतर है?
उत्तर –एक कोशिका जीवों में प्रायः अलैंगिक जनन ही होता है तथा एक अकेला जीव संपति उत्पन्न कर सकता है। इस प्रकार के जनन में DNA की प्रतिकृति का निर्माण होता है तथा इससे विभिन्नताएं उत्पन्न होती है जो विकास में सहायक है। एक कोशिका जीवों की जनन पद्धति से विभिन्नताओं के उत्पन्न होने की संभावना कम होती है।
5. पोषि स्तर क्या है? एक आहार श्रृंखला का उदहारण दीजिए।
उत्तर –आहार श्रृंखला में कई होते हैं तथा हर स्तर पर भोजन ऊर्जा का स्थानांतरण होता है। आहार श्रृंखला के इन्हीं स्तरों को पोषि स्तर कहते हैं।
एक मैदानी पारिस्थितिक तंत्र में घास प्रथम पोषि स्तर , ग्रास हॉपर द्वितीय पोषि स्तर, मेढ़क तृतीय पोषि स्तर, सर्प चतुर्थ पोषि स्तर तथा बाज उच्चतम पोषि स्तर है।
6. हमें वन एवम् वन्य जीवन का संरक्षण क्यों करना चाहिए?
उत्तर –हमें वनों एवम् वन्य जीवन का संरक्षण करना चाहिए क्योंकि - (i) वन मृदा तथा वातावरण की रक्षा करते हैं तथा गैसीय संतुलन को स्थापित करते हैं। (ii) वन वर्षो में सहायक हैं तथा जलवायु का अनुरक्षण करते हैं। (iii) वन महत्वपूर्ण आर्थिक संसाधन है। ये वन्य प्राणियों को शरण भी प्रदान करते हैं।
हमें वनों के निवास करने वाले प्राणियों की रक्षा करनी चाहिए क्योंकि - (i) वन्य प्राणियों का संरक्षण जैविक विविधता एवम् महत्वपूर्ण जीवों के संरक्षण के लिए आवश्यक है। (ii) वन्य प्राणी आहार श्रृंखला की महत्वपूर्ण कड़ियां है। इनके रहने से पर्यावरण का संतुलन कायम रहता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. एकल जीवों में प्रजनन की विधि की व्याख्या करें।
उत्तर –एकल जीवों में प्रजनन या जनन मुख्यत दो प्रकार के होते हैं_
(i) अलैंगिक जनन (ii) लैंगिक जनन
अलैंगिक जनन के लिए नर एवम् मादा के जनन अंगो का कोई उपयोग नहीं होता है। अतः एकल जीव प्राय अलैंगिक जनन करते हैं। लैंगिक जनन के लिए नर और मादा जनन अंगों का पारस्परिक सम्मिलन आवश्यक होता है। अतः इसके लिए किसी जाति के दो व्यक्तियों (एक नर, एक मादा) की आवश्यकता होती है। एकल जीव जैसे अमीबा आदि में जनन अलैंगिक विधियों से होता है। इसमें कुटपाद आगे बढ़ता है। इससे कोशिका पर खींचाव उत्पन्न होता है। सभी कोशिकांग दो भागों में विभक्त हो जाते हैं। दोनों खण्ड बीज से टूटकर अलग हो जाते हैं। इस प्रकार नई पुत्री कोशिका निर्मित होती है।
2. नर जनन का नामांकित चित्र बनाएं एवम् उसके कार्यों का वर्णन करें।
उत्तर –पुरुष में जंघनास्थि क्षेत्र में एक मंशाल संरचना पेनिस होता है। इसके बीच में मूत्रवाहिनी होती है । पेनिस के नीचे उसकी जड़ में एक मंशाल थैली वृषण कोष होता है। जिसमें अंडाकार संरचनाएं वृषण कहलाती है। वृषण नर युगमक शुक्राणु का निर्माण करते हैं। वृषण के शुक्राशय में शुक्राणु के पोषण के लिए चिपचिपा पदार्थ स्रावित होता है। चिपचिपे पदार्थ (वीर्य) के साथ शुक्राणु एक संकरी नली द्वारा मूत्र वाहिनी में पहुंचता है । पेनिस की सहायता से शुक्राणु मादा की योनि में छोड़ दिय जाते हैं। पेनिस मूत्र एवम् शुक्राणु युक्त वीर्य दोनों का बाहर निकालता है।
0 टिप्पणियाँ